June 2, 2023
Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai

गंगा नदी की लम्बाई कितनी है ? – Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai

Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai :- गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी है जिसे देश में सभी नदियों की माता का दर्जा दिया गया है। कई लोग गंगा नदी में स्नान करके अपने पाप धोते हैं और खुद को पवित्र भी करते हैं। यह गंगा नदी भारत के कई अलग-अलग राज्यों से होकर गुजरती है।

इसलिए अक्सर लोगों के मन में यह प्रश्न उठता है, कि Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai ? क्योंकि यह गंगा नदी हिमालय से निकलकर और कई अन्य नदियों से मिलती है, जो कि बंगाल की खाड़ी तक जाती है।

तो चलिए आज के इस लेख के माध्यम से हम जानते हैं, कि Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai ? इसके साथ ही हम गंगा नदी का महत्व और गंगा नदी के बारे में अन्य जानकारियां भी प्राप्त करेंगे।


गंगा नदी की लंबाई कितनी है ? – Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai

गंगा नदी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर लेने के पश्चात चलिए अब जानते हैं कि गंगा नदी की लंबाई कितनी है? तो हम आपको बता दें कि गंगा नदी की लंबाई कुल 2510 किलोमीटर है।

यानी कि गंगा नदी अपने उद्गम स्थान से लेकर बंगाल की खाड़ी तक पूरे 2510 किलोमीटर तक की लंबी दूरी तय करती है। गंगा नदी उत्तराखंड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी तक का सफर तय करती है और उनके विशाल भू भाग को स्विच दी है।

गंगा नदी भारत में 2071 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है और उसके बाद बांग्लादेश में अपनी यात्रा करते हुए 439 किलोमीटर की दूरी तय करती है। गंगा नदी इतनी लंबी दूरी तय करते हुए दस अलग-अलग सहायक नदियों से भी मिलती है।


गंगा नदी के बारे में जानकारी

गंगा नदी की लंबाई जाने से पहले सबसे पहले हम उनके बारे में कुछ जानकारियां प्राप्त कर लेते हैं। गंगा नदी को हिंदू धर्म की नदी माना जाता है और यह हिंदू धर्म के लिए काफी पवित्र नदियां भी होती है।

ऐसा कहा जाता है कि गंगा नदी को भागीरथ जी द्वारा धरती पर लाया गया था। और भागीरथ जी ने गंगा नदी को धरती पर लाने के लिए काफी तपस्या भी की थी और तभी जाकर गंगा नदी धरती पर आई थी।

गंगा नदी हिमालय से निकलती है। हिमालय में एक गढ़वाल शहर में गौमुख नामक स्थान है जहां से ग्लेशियर या गंगोत्री हिमनद निकलता है इसेलिए इस स्थान को गंगा नदी का उद्गम माना जाता है। इस स्थान की ऊंचाई 3140 मीटर की है।

गंगा नदी भारतीय संस्कृति और आस्था से जुड़ी हुई है इसीलिए गंगा नदी को गंगा मां का दर्जा दिया गया है। अक्सर हिंदू धर्म में जब भी किसी की मृत्यु होती है तो उसे गंगा के किनारे ही जलाया जाता है और उनकी अस्थियों को गंगा नदी में बहा दिया जाता है। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि गंगा नदी में अस्थियों को बहाने से उस व्यक्ति की आत्मा को शांति मिलती है।


गंगा नदी का महत्व क्या है ?

सभी भारत वासियों के लिए गंगा नदी का बहुत ही बड़ा महत्व है। गंगा नदी केवल पवित्रता की ही प्रतीक नहीं है बल्कि यह कृषि व्यवसाय में भी काफी सहयोगी है। इसीलिए गंगा का आर्थिक महत्व भी बहुत ही ज्यादा है।

गंगा नदी भारत और बांग्लादेश की कृषि व्यवसाय में काफी ज्यादा सहयोग करती हैं जिससे कि किसान बारहमासी अपने खेतों की सिंचाई आसानी से कर पाते हैं।

गंगा नदी का व्यवसायिक महत्व भी बहुत अधिक है क्योंकि इसके माध्यम से लोग मत्स्य उद्योग भी करते हैं क्योंकि गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी नदी प्रणाली है जहां पर आसानी से अधिक मात्रा में मदद से प्रजातियां उपलब्ध है।

गंगा नदी में केवल मछलियां ही नहीं बल्कि मीठे पानी वाली डॉल्फिन भी पाई जाती हैं जिसे हम आम बोलचाल की भाषा में सोंग्स कहते हैं पुलिस टॉप या डॉल्फिंस काफी अच्छी होती हैं।

गंगा का महत्व पर्यटन पर भी काफी ज्यादा पड़ता है। क्योंकि गंगा नदी के पास पूरे भारत में घाट बनाए गए हैं जहां पर देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं। वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार गंगा नदी के तीर्थ स्थलों में से एक है।

गंगा नदी का धार्मिक महत्व भी बहुत ही ज्यादा है क्योंकि गंगा नदी में स्नान करने से सभी पाठ खत्म हो जाते हैं। हिंदू धर्म में सभी मरने वाले लोगों की अस्थियां भी गंगा में ही प्रवाहित की जाती है ताकि उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हो सके।


गंगा नदी की गहराई कितनी है ?

गंगा नदी की लंबाई जानने के साथ-साथ इसकी गहराई को भी जान लेना आवश्यक है। गंगा नदी की गहराई 33 मीटर की है। अगर हम इसकी गहराई को फिट में नाते तो हम यह कह सकते हैं, कि गंगा नदी की गहराई 108.26 फीट की है।


गंगा नदी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां

गंगा नदी के बारे में कुछ ऐसी तथ्य है जो आपको जानना आवश्यक है।

  • गंगा नदी का पानी कभी भी नहीं सकता है। वैज्ञानिकों का यह मानना है कि गंगा नदी में कुछ ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो कि इस पानी को सड़ने नहीं देते।लेकिन हिंदू धर्म के अनुसार गंगा नदी भगवान शिव के जटा से निकली है जो कभी भी मेरी नहीं हो सकती।
  • गंगा नदी में किसी भी प्रकार के जीवाणु या हानिकारक सूक्ष्मजीव नहीं रहते हैं। वैज्ञानिकों का यह मानना है कि गंगा नदी में कुछ ऐसे बैक्टीरिया नामक विषाणु होते हैं जो कि किसी भी हानिकारक सूक्ष्मजीवों को खत्म कर देता है।
  • गंगा नदी को सबसे पवित्र और लंबी नदी माने के साथ-साथ इसे सबसे दूषित नदी भी कहा जाता है। लेकिन भारत सरकार द्वारा 2014 में नमामि गंगे नामक एक मिशन शुरू किया गया था जिसका उद्देश्य गंगा नदी को बिल्कुल साफ सुथरा बनाना था।

FAQ’S :- 

प्रश्न 1 – गंगा नदी उत्तर प्रदेश के कितने जिलों में बहती है ?

उत्तर - गंगा नदी उत्तर प्रदेश के कुल 28 जिलों में बहती है। जिसमें बिजनौर, कानपुर प्रयागराज वाराणसी इत्यादि राज्य शामिल है। 
गंगा नदी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से लगभग हजार एक सौ 40 किलोमीटर की दूरी तय करती है।

प्रश्न 2गंगा नदी किस राज्य में है ?

उत्तर - गंगा नदी भारत के केवल एक ही राज्य में नहीं है, बल्कि कई अलग-अलग राज्यों से गंगा नदी निकलती है।

प्रश्न 3गंगा नदी का पुराना नाम क्या है ?

उत्तर - गंगा नदी को भागीरथी नदी और मुख्य भी कहा जाता है।

प्रश्न 4गंगा नदी कितने देशों में बहती है ?

उत्तर - गंगा नदी भारत और बांग्लादेश जैसे केवल दो देशों में बहती है।

प्रश्न 5गंगा पृथ्वी पर कब आई ?

उत्तर - गंगा नदी को पृथ्वी पर भागीरथी ने उतारा था। भागीरथ राम के जन्म से लगभग 14 वीं पीढ़ी पूर्व पहले पैदा हुए थे। 
इसीलिए हम यह कह सकते हैं, कि गंगा नदी पृथ्वी पर ब्रह्मा के लगभग 23 वीं पीढ़ी के बाद और राम के लगभग 14 वीं 
पीढ़ी के बाद पृथ्वी पर आई।

निष्कर्ष :-

आज के इस लेख में हमने जाना, कि Ganga Nadi Ki Lambai Kitni Hai ?

उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको गंगा नदी के बारे में कई अलग-अलग जानकारियां मिल पाई होंगी। यदि आप गंगा नदी से संबंधित कुछ अन्य जानकारियां पाना चाहते हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।


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